अक्स


टूटे हुए आईने में देखकर 
आज,  वो अक्स अपना
सुलझा सके जीवन की उलझनों को
समझकर ईश्वरीय आशीर्वाद का मर्म 
कि आइने के टूटने से 
कभी किसी का अक्स नहीं बदलता 
जैसे कि नहीं बदलता कभी 
जंग खाने से इस्पात का घटक
स्वनिर्माण व स्व-आकलन 
तो स्व-निमित्त है
आइना दिखाने वाले से कहीं 
ज़्यादा साहसिक और अर्थपूर्ण 

डॉ अर्चना टंडन

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