अलविदा


आपको अलविदा कैसे कह दें हम

आप तो सदा रहेंगे साथ हमारे

परिवार के नियामक-छड़ बन 

अपनी आने वाली पुश्तों का 

साफगोई से मार्गदर्शन करते हुए

क्योंकि आप एक संस्थान थे

विशुद्ध विचारों के कोष थे

जिनको अंतर्निहित करा

आप हम सबका चित्त निमित्त

कर

सिखा गए पाठ सकारात्मकता का 

कर्मठता का और सार्वभौमिकता का

©डॉ अर्चना टंडन




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