निर्वाण -निधि
आग कब आग से बुझी है
नफरत कब नफरत से घटी है
गुरूर क्या कभी गुरूर से झुका है
एहसान क्या कभी एहसान से चुका है ?
दुनिया के तिलिस्म को पहचान
झूट की असली वजह जान
सच की परत दर परत उघाड़
ज़िन्दगी की रूह को समझ
क्या सच सच में है सच
सच को सच बनाने के लिए
कितने ही झूटों का लिया गया है सहारा
झूट को झूट साबित करने के लिए
कई एक तथ्यों का घोंटा गया है गला
जब इन तथ्यों की रूह को जान जाएगा
तब ही इस दुनिया की असलियत पहचान पाएगा
दुनिया की असलियत जान
खुद को समझ
खुद को समझ
तू भी मुस्कुराएगा
और दुनिया को भी मुस्कुराना सिखा जाएगा
और दुनिया को भी मुस्कुराना सिखा जाएगा
अर्चना टंडन
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