एक ज़रुरत -- एक अरमान
हर यात्रा का गंतव्य हो हर कहानी का अंत हो हर नदी सागर में मिले हर ख्वाहिश पूरी हो सके ज़रूरी तो नहीं पर हर बेसहारा को सहारा मिले हर भूखे पेट को रोटी मिले हर उफनते तूफ़ान को विश्राम मिले हर बेघर को आसरा मिले ये कामना है मेरी हर कोशिश कामयाब हो हर रास्ता आसान हो हर रथ के सारथी श्रीकृष्ण हों और हर उम्मीद को मंजिल मिले ज़रूरी तो नहीं पर हर बेचैन मन को चैन मिले सब दुखों को सुख का आवरण मिले बेचैन करने वाले कष्टों का निवारण हो और अंदरूनी और बाहरी युद्ध से मुक्ति मिले ये दुआ है मेरी हर तारीफ का मकसद हो हर जीत ख़ुशी में तब्दील हो दान कर हर बार सुकून ही मिले की गई हर प्रार्थना स्वीकार ही हो ज़रूरी तो नहीं पर हर स्त्री की आबरू बची रहे हर बिलखते बालक को माँ का प्यार मिले हर समाज को दहेजप्रथा से मुक्ति मिले हर बालमजदूर को मुफ्त स्कूली शिक्षा मिले ये इच्छा है मेरी तो च...